Shodashi - An Overview
Wiki Article
चत्वारिंशत्त्रिकोणे चतुरधिकसमे चक्रराजे लसन्तीं
अष्टैश्वर्यप्रदामम्बामष्टदिक्पालसेविताम् ।
देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥
साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥
Due to the fact considered one of his adversaries were Shiva himself, the Kama attained significant Shakti. Missing discrimination, the man started producing tribulations in every one of the three worlds. With Kama owning a lot of ability, and Together with the Devas going through defeat, they approached Tripura Sundari for assist. Taking over all her weapons, she charged into struggle and vanquished him, Therefore preserving the realm in the Gods.
चतुराज्ञाकोशभूतां नौमि श्रीत्रिपुरामहम् ॥१२॥
कैलाश पर्वत पर नाना रत्नों से शोभित कल्पवृक्ष के नीचे पुष्पों से शोभित, मुनि, गन्धर्व इत्यादि से सेवित, मणियों से मण्डित के मध्य सुखासन में बैठे जगदगुरु भगवान शिव जो चन्द्रमा के more info अर्ध भाग को शेखर के रूप में धारण किये, हाथ में त्रिशूल और डमरू लिये वृषभ वाहन, जटाधारी, कण्ठ में वासुकी नाथ को लपेटे हुए, शरीर में विभूति लगाये हुए देव नीलकण्ठ त्रिलोचन गजचर्म पहने हुए, शुद्ध स्फटिक के समान, हजारों सूर्यों के समान, गिरजा के अर्द्धांग भूषण, संसार के कारण विश्वरूपी शिव को अपने पूर्ण भक्ति भाव से साष्टांग प्रणाम करते हुए उनके पुत्र मयूर वाहन कार्तिकेय ने पूछा —
सेव्यं गुप्त-तराभिरष्ट-कमले सङ्क्षोभकाख्ये सदा ।
दृश्या स्वान्ते सुधीभिर्दरदलितमहापद्मकोशेन तुल्ये ।
She's also known as Tripura since all her hymns and mantras have three clusters of letters. Bhagwan Shiv is thought to generally be her consort.
कर्त्री लोकस्य लीलाविलसितविधिना कारयित्री क्रियाणां
Disregarding all caution, she went on the ceremony and located her father had commenced the ceremony without her.
Out of curiosity why her father did not invite her, Sati went to the ceremony Regardless that God Shiva tried using warning her.
॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥